राधा कृष्ण लीला
जय हो। जय श्री कृष्ण जय श्री राधे ।निकुन्ज में प्रियालालजू विराज रहे हैं। दोनों एकटक एक-दूसरे को ऐसे देख
जय हो। जय श्री कृष्ण जय श्री राधे ।निकुन्ज में प्रियालालजू विराज रहे हैं। दोनों एकटक एक-दूसरे को ऐसे देख
राधा केवल गोविन्द की सखी ही नहीं,उनकी प्रेयसी और उनकी प्राणवल्लभ भी हैं। कृष्ण के भीतर जो प्रेम आह्लाद और
विशेष – आज की पंचमी को रंग-पंचमी कहा जाता है. उत्तर भारत में विशेषकर मध्य-प्रदेश, राजस्थान के ग्रामीण इलाकों में
एक बार श्रीकृष्ण और राधा जी निधिवन में रात्रि में सभी गोपियों के साथ हास परिहास कर रहे थे। राधा
ब्रज में बसंत पंचमी से फाल्गुन पूर्णिमा तक 40 दिवसीय होली मनाई जाती है, इसलिये कहा भी गया है सारे
श्री राधा कितना सुंदर भाव है प्रेम ॥संसार में प्रेम को सर्वाधिक मधुर भावना माना जाता है ॥ जबकी संसार
. आज ब्रज में बहुत बड़ा उत्सव सा हो रहा है। जहाँ देखो तहाँ ब्रजवासी गीत गाने में मगन
एक बार श्री राधा अपनी सखियों के संग यमुना किनारे बैठी होती हैं। सभी सखी आपस में श्री राधा
एक बार श्री गोपाल भट्ट गोस्वामी जी अपनी प्रचार यात्रा के समय जब गण्डकी नदी में स्नान कर रहे थे,
जय जय श्री राधे राधे राधा का अर्थ है …मोक्ष की प्राप्त ‘रा’ का अर्थ है ‘मोक्ष’ और ‘ध’ का