अयोध्या धाम सजा है
अयोध्या धाम सजा है मेरे दिल में प्रशन उठता है अयोध्या धाम क्या मंदिर सजा है अयोध्या धाम में प्राण
अयोध्या धाम सजा है मेरे दिल में प्रशन उठता है अयोध्या धाम क्या मंदिर सजा है अयोध्या धाम में प्राण
आज भारतीय सभ्यता ने अपने पुनरुत्थान और प्रस्थान के लिए जिस चरित्र को चुना, वह राम हैं। ऐसा नहीं कि
जनक जी को पाती- रामजी के धनुष तोड़ने के बाद जनक जी लग्न- पत्रिका अयोध्या भेजते है- बरात लाने के
जय राजा राम जय सीताराम राम सारे राज्य में ढोंढी पिटवा दो, उनके राजा राम अयोध्या वापिस आ रहे हैं।
रामनामसत्य_है ” ऐसा क्यों बोला जाता है :– आइये जानते हैं……एक समय कि बात जब बाबा तुलसीदास जी अपने गांव
श्री राम मंदिर उद्घाटन 22 जनवरी 2024हे आर्य पुत्रों, हे राम भक्तोंतुम्हे अयोध्या बुला रही हैदमक रहा है, श्री राम
मेरी झोपड़ी के भाग आज जाग जायेंगे …..राम आयेंगे …।सुबह से यही भजन सुन रहा। एक दो चार आठ बार।हर
राम राज्य कहीं बाहर नहीं है राम राज्य में आप अपने दिल के नजदीक हो राम राम का सिमरण हमारे
।। श्रीराम विष्णु के अवतार हैं, वे आदिपुरुष हैं, जो मानव मात्र की भलाई के लिए मानवीय रूप में इस
राम भक्त हनुमान राम भक्त श्री राम के,फैलाते आलोक |भक्ति प्रार्थना कर रहे, राघव को दे धोक || कलयुग के