मिल जाये गी तुजे तेरे श्याम की शरण
मिल जाये गी तुजे तेरे श्याम की शरण, कर पिता को नमन शूले माँ के चरण, मिल जाये गी तुजे
मिल जाये गी तुजे तेरे श्याम की शरण, कर पिता को नमन शूले माँ के चरण, मिल जाये गी तुजे
आप का शुक्रिया आप का करम, हम को सबसे हसी तेरा दर मिल गया, मिल गये श्याम मुझको तो सब
उसको मेरी सेवा का अधिकार है, करता जो अपनी माँ से प्यार है, उसको ही मिलता ये दरबार है, करता
भर दो झोली मेरे खाटू वाले , शीश दर पे जुकाये हुए है, ख्वाहिशो और उमीदो की झोली तेरे दर
शीश के दानी श्याम सांवरिया का जो लेता नाम, चिंताए हर के बाबा कष्टों का करते है निधान आये जो
मेरा बाबा लखदातारी करता लीले की सवारी मेरा श्याम रे खाटू श्याम रे, इस की महिमा सब से न्यारी सारे
फागणियो आयो है खाटू जावेगा, खाटू जा कर श्याम धनि का लाड लड़ावा गा, मंदिरिये के आगे बाबा चंग भजावा
सांवरे तेरे चरणों में हम आ गए जग से ठुकराए हैं कब अपनाओगे सांवरे तेरे चरणों में ………….. मेरे हर
दर्द दिलो के सेह नहीं पाते श्याम अगर जो तुम न निभाते, सच कहते है जी नहीं पाते श्याम अगर
श्याम तेरा धाम बड़ा प्यारा खाटू का नज़ारा मन को भाया रे श्याम तूने जादू सब पे डारा इक तेरा