खाटू वाले मेरे श्याम
तेरे जैसा और न कोई दे सकता जो शीश का दान खाटू वाले मेरे श्याम नीले वाले मेरे श्याम हारे
तेरे जैसा और न कोई दे सकता जो शीश का दान खाटू वाले मेरे श्याम नीले वाले मेरे श्याम हारे
रंग रंगीला देखो फागुन मेला आयो रे, श्याम धनि संग होली खेलन रेला आयो रे, श्याम धनि के द्वार पे
ओ खाटू वाले कर दो,मेरा काम रे रात दिन जपु मैं तो,तेरा नाम रे दीनो के तुम सेठ साँवरे,हारे के
तर्ज – परदेशियो से ना अंखियां…. खाटुवाले श्याम से है, रिश्ता पुराना, जनमो जनम से है, दर पे आना जाना,
होली खेले रे सांवरिया होली खेले रे, ओ खेले सब भक्तन के साथ सांवरियां होली खेले रे, खाटू में फिर
जबसे मिला तू संवारे किस्मत सवर गई, मेरी अँधेरी ज़िन्दगी अब रोशन हो गई, जबसे मिला तू संवारे ………. खेता
मेरे खाटू वाले बाबा तेरी दुनिया दीवानी हो गई, हार कर जिस ने भी ली है तेरी शरण राह उसकी
आ जाओ बाबा श्याम तेरा दास पुकारे मेरी सुन लो करुण पुकारे तेरा दास पुकारे आ जाओ बाबा श्याम……….. हारे
देश विदेश में डंका बाजे तेरा लखदातार सेवादार सेवादार हम हैं तेरे सेवादार शीश दान करने वाला है जग का
मुझे दर्शन दे गया वो कल रात सोते सोते फिर बीती रात मेरी ,उनसे बात होते होते मुझे दर्शन दे