हर ग्यारस की ग्यारस तुमसे मुलाकात हो जाए
हर ग्यारस की ग्यारस तुमसे, मुलाकात हो जाए, तुम सामने बैठे हो, थोड़ी बात हो जाए॥ तेरा और मेरा साँवरे,
हर ग्यारस की ग्यारस तुमसे, मुलाकात हो जाए, तुम सामने बैठे हो, थोड़ी बात हो जाए॥ तेरा और मेरा साँवरे,
तेरे हाथ मे है डोर मेरी मैं जग की करती बात नहीं, मैं तेरे इशारे नाचती इस दुनिया की औकात
कोई कहे हमें श्याम दीवाना कोई कहे प्रेमी मस्ताना, पर हम शान से कहते है, के हम तो पागल है
पैदल चलने वालो की तो बात निराली है श्याम करता रखवाली है बाबा करता रखवाली है, श्याम ध्वजा की डोर
घनश्याम महारे हिवड़े में बस जाओ बाबा श्याम, चरण कमल को दास हु,ओ जी प्यारा श्याम घनश्याम महारे हिवड़े ……
श्याम धनि के मंदिर आगे ढोल बजावे ढोलियाँ, नाचे गावे धूम मचावे बोले मीठी बोलियां, श्याम तेरी जोत के परमाने
हर दिन हर पल मन सांवरिया श्री श्याम श्याम ही केहता है श्री श्याम श्याम ही केहता है मन श्याम
श्याम तेरे मंदिर में जब भजता नगाड़ा है, होती सुनाई उसकी जो किस्मत का मारा है, नो रंग शाह के
रे बाबा अपना दर्श करा दे फागुन में, मेरा सोया भाग जगा दे फागण में, रे बाबा अपना दर्श करा
आया शरण मै तेरी संवारे, पकड़ो कलाही मेरी संवारे, दुनिया ने मारी एसी ठोकर, आया शरण में सब कुछ खो