तेरा जल्दी खुले दरबार सांवरे
है अब तो यही इंतज़ार सांवरे जल्दी खुले दरबार सांवरे तेरा जल्दी खुले दरबार सांवरे हाथ जोड़ कर करूँ प्रार्थना
है अब तो यही इंतज़ार सांवरे जल्दी खुले दरबार सांवरे तेरा जल्दी खुले दरबार सांवरे हाथ जोड़ कर करूँ प्रार्थना
मेरा सांवरा सलोना दिलदार आ गया अब की फागण में मेरा सरकार आ गया लेके खुशियों का वो त्यौहार आ
आया सावन रंग रंगीला बन बन नाचे मोर कदम की डाल पे झुला झूले राधा नन्द किशोर, हो गिरधर गोपाला
श्री गोवर्धन वासी सांवरे लाल, तुम बिन रह्यो न जाय हो ॥ बृजराज लडेतोलाडिले ॥ बंक चिते मुसकाय के लाल,
सब तेरी ही माया है, सब ने ही माना है, सब तेरी ही महिमा है सबने ये माना है, तू
सबको बताऊंगी कुछ ना छुपाउंगी चोरो का है सरदार मेरा कृष्णा कन्हिया बागो में जाता है फुल चुराता है मालिन
मेरा कन्हैया उस पार है, यमुना में डूबी पतवार है, तेरे चरणों में सर को झुकाएंगे, सुख दुःख में तेरे
मैं तो तेरी दीवानी तेरा साथ चाहिए, एक तेरा मेरे सर पे प्यारे हाथ चाहिए। एक तेरा सहारा भगवान् चाहिए॥
श्याम से दिल को लगाना कोई मजाक नही, वो तो भीलनी थी यो राम को खिलाई गई, वर्ना झूठे बेरो
जे मैं भी राधा नाम वाली थोड़ी पी लई एह ते की होया, प्याली अमृत रस पान वाली थोड़ी पी