जय प्रभु शंकर दीनदयाला ।प्रभु जी मोहे करो निहाला
जय प्रभु शंकर दीनदयाला ।प्रभु जी मोहे करो निहाला ।।सत्य संतोष शील मोहित दीजिए । मोर दोष दुर सब किजिए
जय प्रभु शंकर दीनदयाला ।प्रभु जी मोहे करो निहाला ।।सत्य संतोष शील मोहित दीजिए । मोर दोष दुर सब किजिए
हरे कृष्ण हर कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरेहरे राम हरे राम राम राम हरे हरे सोलह अक्षरों का महामंत्र हरे
मेरे धन-जन-जीवन तुम ही, तुम ही तन-मन, तुम सब धर्म।तुम ही मेरे सकल सुखसदन, प्रिय निज जन, प्राणोंके मर्म॥ तुम्हीं
तय कर लो अब सत्य सनातन, की छाया हो शासन पर, राम भक्त ही राज करेगा, दिल्ली के सिंहासन पर,
फुलेरा दूज का त्योहार बड़े हर्ष उल्लास के साथ मनाया जाता है, क्योंकि इस दिन भगवान श्री कृष्ण और राधा
खेलत दोऊ कुंजन होरी।मूठ गुलाल उडावत सजनी,ढोरत रंग कमोरी।बाजत चंग मृदंग सारंगी,गावत हैं मिल गौरी॥पिचकारी बोछारन बरसत,फेंकत बूकन झोरी।रामसखी मेरे
होली खेले चांदनी रात कान्हा बरसाने मैं आइये,बरसाने मैं आइये कान्हा बरसाने मैं आइये……. कोठे बढ़ के बाट निहारूं तेरे
अज शाम दे नाल होली खेलागेहोली खेलागे जय हो होली खेलागे बरसाने आए मुरार होली खेलागेअज रेगा दे नाल होली
श्याम से श्यामा बोली,चलो खेलेंगे होली।श्याम से श्यामा बोली,चलो खेलेंगे होली॥बाग़ है यह अलबेला,लगा कुंजो में मेला।हर कोई नाचे गाये,रहे
होली खेलन को श्याम आयो रे वृन्दावन में,वृन्दावन में हां वृन्दावन में,रंग डालन को श्याम आयो रे वृन्दावन में भर