सूरदास जी के श्याम
भारतीय धार्मिक साहित्य के अमर ग्रंथ (सूरसागर) के रचयिता श्री सूरदास जी का जन्म दिल्ली के सन्निकट सीही ग्राम में
भारतीय धार्मिक साहित्य के अमर ग्रंथ (सूरसागर) के रचयिता श्री सूरदास जी का जन्म दिल्ली के सन्निकट सीही ग्राम में
।। संत सूरदास जयंती ।।(०६ मई२०२२) भक्तिकाल के सगुण धारा के कवि सूरदास जी की जयंती पूरे भारतवर्ष में हर्षोल्लास
घर से आते वक्त मां का बस चले तो खाने का सारा सामान बैग में रख दे.. उन्हें लगता है
पदमपुराण में एक कथा आती है – एक राजकुमार था | उसके मन में आया – कैसे भजन होता है,
हैप्पी मदर्स डेबेटी के मन की बात…कुछ शब्द एक बेटी की तरफ से माँ के नाम… माँ… क्या होती है
मांइस सृष्टि की सर्वोपरि तूजग सारा तुझसे चलता हैकर्तव्य बोध तू प्रथम गुरुतुझसे ही ज्ञान निकलता हैमां है तो यह
तुम्हारी गोद में जिस पल आई मैं पहली बार ,मेरा चेहरा निहारते,पूरी रात ममता से भीगी पलकें,तुमने झपकाई तक न
माथा चूमकर जो आपके मुकद्दर को बदल दे उसे मां कहते हैं।मां वो शब्द है, जिसके सामने ईश्वर भी नतमस्तक
मां विश्वास का गहरा समुंदर, जिसकी गहराई कोई ना जान पाया। मां ममता सनेह का आकाश, जिसे इंसान आज तक
न रब से मिलने की आस करूं,न जन्नत की चाह रखूं ,ख्वाइश बस इतनी है मेरी,हरदम मुझे मां का आंचल