सुबह को मेरी आँख खुले तो शाम समने आ जाना,
शाम को सोने से पहले बस इक झलक दिख जा जाना,
हो हो हो हो याद तेरी तड़पाये,
हर दिल की हर धड़कन बोले जय जय खाटू श्याम की,
जिस में तेरी सूरत न हो वो आंखे किस काम की,
खाटू की मिटी का बाबा मुझको तिलक लगा जाना,
शाम को सोने से पहले बस इक झलक दिख जा जाना,
हो हो हो हो याद तेरी तड़पाये,
खाव्बो में ख्यालो में जब श्याम संवारा रहता है,
कटरा कटरा सांसो का अब श्याम श्याम ही कहता है ,
शाम की खुसबू से मेरे आंगन को मेहका जाना,
शाम को सोने से पहले बस इक झलक दिख जा जाना,
हो हो हो हो याद तेरी तड़पाये,
If I open my eyes in the morning, then come to the face of the evening,
Before sleeping in the evening, just be able to see a glimpse,
Ho ho ho ho remember you tormented,
Every beat of every heart said Jai Jai Khatu Shyam,
What is the use of those eyes in which you do not have your face,
Baba of Khatu’s soil should apply tilak to me,
Before sleeping in the evening, just be able to see a glimpse,
Ho ho ho ho remember you tormented,
When Shyam is adorned in thoughts in dreams,
Now only Shyam Shyam says of Katra Katra breath,
The smell of the evening makes my courtyard go to mehka,
Before sleeping in the evening, just be able to see a glimpse,
Ho ho ho ho remember you tormented,