भक्ति का महात्म्य
भक्ति, अपने इष्ट के प्रति ऐसा समर्पण भाव है, जो हमारे मन में यह विश्वास जगाता है कि उसकी
भक्ति, अपने इष्ट के प्रति ऐसा समर्पण भाव है, जो हमारे मन में यह विश्वास जगाता है कि उसकी
नमस्कार और स्वागत है आपका BhagvanBhakti podcast मे। मै हूं अनीता गर्ग। आज हम बात करेगेभगवान भक्ति एक ऐसा
“जाही बिधि राखे राम ताही बिधि रहिये” सीताराम सीताराम सीताराम कहिये ।जाही बिधि राखे राम ताही बिधि रहिये ।।
रामनवमी के नौ राम, परमात्मा से राजा, पुत्र से पिता और पति तक भगवान राम के नौ रुप जो