“braj वृंदावन की महिमा”
वृन्दावन ब्रज का हृदय है जहाँ प्रियाप्रियतम ने अपनी दिव्य लीलायें की हैं। इस दिव्य भूमि की महिमा बड़े बड़े
वृन्दावन ब्रज का हृदय है जहाँ प्रियाप्रियतम ने अपनी दिव्य लीलायें की हैं। इस दिव्य भूमि की महिमा बड़े बड़े
।। श्रीहरि: ।। भक्त का हृदय एक प्रार्थना है, एक अभीप्सा है- परमात्मा के द्वार पर एक दस्तक है। भक्त
एक बार श्यामसुन्दर अपना श्रृंगार कर रहे थे। तभी श्यामसुन्दर ने कुछ सोचकर नन्द गाँव की गोपियों को बुलाया और
विज्ञान की जड़े हिला दी थी,, इस संत ने…. प्रह्लाद जानी….. वो इंसान जिसने 76 सालो से जीवन मे कुछ
प्रेम एक सुबह है तो प्रेम एक शाम है,प्रेम से मुलाकात ही प्रेम का नाम है प्रेम एक छांव है
प्रतिदिन सत्य से प्रीति करते रहो तो एक दिन मन के सब दोष, कल्मष, मैल दूर हो जायेंगे मैल दूर
अब तो भगवान ही करेगा, भगवान जैसा करेगा वैसे ही ठीक है। आज हम थोङी सी कठीन परिस्थिति आने पर,
1 श्यामा तुलसी की माला धारण करने से विशेष रूप से मानसिक शांति प्राप्त होती है, ईश्वर के प्रति श्रद्धा-भक्ति
. भगवान् के मार्ग पर चल रहे हैं तो अकेले चलें। वे हमेशा साथ हैं। जिसका कोई नहीं होता है,
आज का प्रभु संकीर्तन।संसार मे भगवान की भक्ति अत्यन्त दुर्लभ बतायी गयी है जो प्रभु कृपा से ही मिलती है.इस