कबीर के गुरु थे रामानंद
कबीर के गुरु थे रामानंद। कबीर उनको नाचते देखते। तंबूरा बजता है, रामानंद नाचते हैं। कबीर उनके पास बैठते
कबीर के गुरु थे रामानंद। कबीर उनको नाचते देखते। तंबूरा बजता है, रामानंद नाचते हैं। कबीर उनके पास बैठते
हरि ॐ तत् सत् जय सच्चिदानंद गुरू ओर सतगुरु में रात दिन का अन्तर है।गुरूवो होता है जो हमारे
मनमोहन तुझे रिझाऊं, तुझे नित नए लाड लडाऊं,बसा के तुझे नयन में, छिपा के तुझे नयन में। गीत बन
एक दिन, एक कंपनी में साक्षात्कार के दौरान, बॉस, जिसका नाम अनिल था, ने सामने बैठी महिला, सीमा से