
गीत गोविन्द Geet Govind
श्रितकमलाकुचमण्डल धृतकुण्डल ए।कलितललितवनमाल जय जय देव हरे॥दिनमणिमण्डलमण्डन भवखण्डन ए। मुनिजनमानसहंस जय जय देव हरे ॥कालियविषधरगंजन जनरंजन ए।यदुकुलनलिनदिनेश जय जय देव
श्रितकमलाकुचमण्डल धृतकुण्डल ए।कलितललितवनमाल जय जय देव हरे॥दिनमणिमण्डलमण्डन भवखण्डन ए। मुनिजनमानसहंस जय जय देव हरे ॥कालियविषधरगंजन जनरंजन ए।यदुकुलनलिनदिनेश जय जय देव
नाम मेरी राधा रानी का जिस जिस ने गाया है,बांके बिहारी ने उसे अपना बनाया है,जय राधे, जय राधे, जय
कब तक गीत सुनाऊं राधा कब तक गीत सुनाऊं कब तक गीत सुनाऊं राधा कब तक गीत सुनाऊं मथुरा छूटी,
मेरो लाला झूले पालना, नित होले झोटा दीजो नित होले झोटा दीजो, नित होले झोटा दीजोमथुरा में जाको जनम लियो
बैकुंठ से सज कर आया रे लाला का पलना. ….ब्रह्मा जी ने गढ़ाया ब्रह्माणी ने सजाया,गोकुल में आए झुलामे री
जन्म लियो दोनों भैया, गोकुल में बाजे बधैया, बाजे बधैया हो बाजे बधैया, जन्म लियो… गलियों गलियों में धूम मची
जन्मे है कृष्ण कन्हैया गोकुल में बाजे बधैया हो,देवकी के जन्मे कन्हैया गोकुल में बाजे बधैया हो…..नंद मगन मन मोतिया
कान्हा पर लाड लडावे यशोदा मैया….जब कान्हा को जन्म भयो है,हीरा मोती लुटावे यशोदा मैया,कान्हा पर लाड लडावे यशोदा मैया….जब
हे गोविन्द हे नटवर नागर हे मधुसूदन मोहन हो ।राधा के संग रास रचावत मधुबन में मनमोहन हो ।।हे
तीन लोक के स्वामी “श्री हरि” प्रगट्यो बन यदुराई नन्द गाँव में जसुदा माई जायो कृष्ण कन्हाई ब्रज में बजत