नज़रें चुरा के बैठे सरकार क्यों बताओ
कबसे खड़े हैं दर पे पलकें ज़रा उठाओ
रुस्वाई आपकी ये हमसे सही ना जाये
गुज़री है दिल पे जो भी तुमसे कही ना जाए
खामोश ये जुबां भी अब तो रही ना जाए
हमसे हुई खता क्या इतना ज़रा बताओ
नज़रें चुराके बैठे ……….
बेचैन कर रही है खामोशियाँ ये तेरी
नादाँ हूँ माफ़ कर दे बदमाशियां तू मेरी
हमपे भी तो चढ़ा दे मदहोशियाँ वो तेरी
चरणों का अब दीवाना हमको ज़रा बनाओ
नज़रें चुराके बैठे ……….
माना खता हुई है तू माफ़ श्याम करना
पागल समझ के मुझको दिल साफ़ श्याम करना
छोटा मैं तुम बड़े हो इन्साफ श्याम करना
ड्योढ़ी पे हर्ष आया अपने गले लगाओ
नज़रें चुराके बैठे ……….
Why tell the government sitting stealthily
How long have you been standing, raise your eyelids at the rate
You don’t get it right from us
Whatever has passed on the heart is not told to you
Silence this tongue should not remain even now
Tell me what happened to us
Stolen eyes………
The silence is making you restless
Sorry, you are my miscreants
Give us your intoxicants too
Make us crazy about feet now
Stolen eyes………
Suppose you are sorry Shyam
clear my heart of mad understanding
small i you are big do justice to shyam
Harsh came on the door, embrace your
Stolen eyes………