सझ धज के मुरली हाथ में थामे हुए बैठे है,
वो देखो आज संवारे जादू चला रहे है,
सझ धज के मुरली हाथ में थामे हुए बैठे है,
माथे पे मोर पंख का देखो मुकट सजे,
नो लखा हार श्याम पे देखो बड़ा जचे,
मीठी हसी से मोहन हम को लुभा रहे है,
कजरारे नैन श्याम के घुंगराले केश है,
काँधे पे काली कमली है ग्वाले का वेश है,
नजरो के तीर मोहन हम पे चला रहे है,
सझ धज के मुरली हाथ में थामे हुए बैठे है,
जादू चला के श्याम ने घ्याल सा कर दिया,
बांकी अदा से हम को पागल सा कर दिया,
मुरली की धुन पे हम को मोहित नचा रहे है,
सझ धज के मुरली हाथ में थामे हुए बैठे है,
The murli of understanding is sitting holding in his hand,
Look, today the groom is working magic,
The murli of understanding is sitting holding in his hand,
The look of peacock feathers on the forehead adorned the crown,
Look at the no lakh necklace shyam,
Mohan is wooing us with a sweet smile,
Kajrare Nain is Shyam’s curly hair,
There is a black lotus on the shoulder, disguised as a cowherd,
The arrows of eyes Mohan are shooting at us,
The murli of understanding is sitting holding in his hand,
Shyam turned his eyes to magic,
Made us crazy with the rest of the way,
Mohit is making us dance to the tune of the murli.
The murli of understanding is sitting holding in his hand,