एक तू ही भरोसा एक तू ही सहारा,
इस तेरे जहां में नहीं कोई हमारा,
ईश्वर या आल्हा ये पुकार सुन ले,
ईश्वर या आल्हा हे दाता
हम से न देखा जाए बर्बादियों का समा,
उजड़ी हुई बस्ती मे ये तड़प रहे निशाँ,
नन्हे जिस्मो के टुकड़े लिए खड़े है एक माँ,
बारूद के दुए में तुहि बोल जाए कहा,
एक तू ही भरोसा एक तू ही सहारा
नादां है हम तो मालिक, क्यों दी हमें यह सजा
यहाँ है सभी के दिल में नफरत का ज़हर भरा..
इन्हे फिर से याद दिला दे सबक वही प्यार का
बन जाए गुलशन फिर से काँटों भरी दुनिया
एक तू ही भरोसा, एक तू ही सहारा
One you only trust, one you only support,
There is no one in this where you are,
May God or Allah hear this call,
God or Allah is the giver
Let us not see the end of the ruins,
These agonizing marks in the ruined settlement,
A mother is standing with the pieces of the little body,
You said in the prayer of gunpowder,
One you only trust one you only support
We are the masters, why did we give this punishment to us?
Here is the poison of hatred in everyone’s heart..
Remind them again the lesson of the same love
Become Gulshan again a world full of thorns
One you only trust, one you only support