मेरा यार कन्हिया है वृंदावन आया हु
जग का ठुकाराया हु तेरी शरण में आया हु
मथुरा ढूंडा तुम को गोकुल ढूंडा तुम को
किस जगह नही ढूंडा हम दम मेरे तुम को
दो नैन ये हारे है हुआ बुरा रो के हाल
फर्यादे लाया हु तेरे दर पर आया हु
मेरा यार कन्हिया है वृंदावन आया हु
तेरे विरहे में ओ श्यामा सूद बुध खो बेठा हु
अपना ले मेरे कान्हा जैसा भी हु तेरा हु
आके धीर बंधा जा तू अब करदे मुझे निहाल
अपनों का सताया हु उमीदे लाया हु
मेरा यार कन्हिया है वृंदावन आया हु
मेरी आस न टूटेगी मेरी बाह पकड़ लेगा
मेरे गम के सारे अनसु गिरधर तू पोंछेगा
नागर क्यों चिंता करे वो बनता सभ की ढाल,
मेरा यार कन्हिया है वृंदावन आया हु
My friend is Kanhiya, I have come to Vrindavan
I have rejected the world, I have come under your shelter
Mathura found you, Gokul found you
Where did we not find our place?
Do Nain Yeh Hare Hai Hua Bad Row Ke condition
I have brought complaints, I have come at your rate
My friend is Kanhiya, I have come to Vrindavan
O Shyama Sood, I am lost in your separation.
Take my kanha as yours I am yours
Come be patient, make me happy now
I have brought hope for my loved ones
My friend is Kanhiya, I have come to Vrindavan
my hope will not break, will hold my arm
You will wipe away all my sorrows
Why should a citizen worry, he becomes the shield of everyone,
My friend is Kanhiya, I have come to Vrindavan