चले रे गोकुल तज कर श्याम
चले रे वृंदावन तज श्याम
राधिका व्याकुल गोपियाँ व्याकुल मात पिता व्याकुल गईया व्याकुल
चले रे मथुरा को घनश्याम
चले रे गोकुल तज कर श्याम
श्याम के प्रेम में खोई गोपियाँ राधा प्रेम दीवानी,
क्या बन जायेगी राधा कृष्ण की लीला इक कहानी,
इक दूजे को दोनों देखे गूंजे है मन में हरी नाम
चले रे गोकुल तज कर श्याम
प्रेम से बड कर कर्म की राहे सब को श्याम बताये
कैसे श्याम बिना जीए गे मार्ग नही दिखाए
पाँव न मोड़े मन न जोड़े करे मन से सब को परनाम
चले रे गोकुल तज कर श्याम
Chale re gokul taj kar shyam
Chale Re Vrindavan Taj Shyam
radhika distraught gopis distraught mother father distraught
Chale re ghanshyam to mathura
Chale re gokul taj kar shyam
Radha Prem Deewani, the gopis lost in the love of Shyam,
What will become the story of Radha Krishna’s Leela,
Seeing each other, both have echoed the green name in the mind
Chale re gokul taj kar shyam
Let everyone know the path of Karma by growing up with love.
How did Shyam live without showing the way?
Do not fold your feet, do not join your mind, reward everyone with your mind
Chale re gokul taj kar shyam