तुम से नैना मिला के कन्हिया हुआ दीवाना सारा ज़माना,
है जादू क्या नजरो में तेरी राज अब तक किसी ने न जाना
तेरा पर्दा हते मुख से मोहन लुट ले चुप के से सब का ये मन,
तेरी चितवन पे मन जिसका अटका हुआ अपनों से खुद वो बेगाना
तेरे नैना बरे रस के प्याले सब पी कर हुए मतवाले
प्यास लग जाए तेरे मिलन की फिर मुश्किल है इसको बुजाना,
तेरी याद में रेहते है ऐसे प्रेम का रोग लग जाए जैसे
दिल केहता है फिर हर किसी का क्या गजब तुमसे नजरे मिलाना
इक मैं भी हुई तेरी पागल बांके नैनो में दिल मेरा घ्याल
बांके बिहारी तेरे चरणों में मेरा ठिकाना
Tum se naina mila ke kanhiya hua crazy whole world,
Is it magic? No one has yet known your secret in the eyes
Mohan robs you from the mouth of your curtain, let’s keep this mind of everyone silent,
Whose mind is stuck on your chitwan, he will beg himself with loved ones
Your Naina Bare Ras’s cups are all drunken
If you feel thirsty, then it is difficult to quench it.
Live in your remembrance like a disease of love
Dil kehta hai then what a wonderful sight of everyone to meet you
Ik Main Bhi Hui Teri Pagal Banke Nano Mein Dil Mera Ghyal
Banke Bihari is my place at your feet.