ओ कान्हा रे कहा जाके छुपा रे,
तेरे बिना ओ कान्हा मन मेरा लागे न
तू नही तो कुछ भी नही रे
ओ कान्हा रे कहा जाके छुपा रे,
तेरी राहो में पलके बिछाए,
तेरी मूरत को मन में वसाए
रस्ता तेरा देखे हम तेरे बिना रोये मन
अब तो आके दर्शन दे,
तेरी बंसी से मन मेरा डोले
रेह रेह कर ये दिल मुझसे बोले
मेर कान्हा आएगा मुझसे प्रीत लगाये गा
तू न माने बात मेरी रे
ओ कान्हा रे कहा जाके छुपा रे,
काहे हम को नजर तू न आये
काहे नैनो को इतना तरसाए
भगतो के तू मन की सुन हम को लागे तेरी धुन
अब तो मेरा धीर छुटे रे
ओ कान्हा रे कहा जाके छुपा रे,
Oh Kanha Re where to be hidden,
Without you, O Kanha, my mind will not lag
If you are not there then nothing
Oh Kanha Re where to be hidden,
Lay your eyelids in your path,
keep your idol in mind
See your way, we cry without you
Now come and see
teri bansi se manna mera dole
This heart spoke to me by doing
my kanha will come
you don’t listen to me
Oh Kanha Re where to be hidden,
Why don’t you see us
Why do you crave Nano so much?
Bhagto ke tu man ki sun hum ko lage teri tune
now my patience is free
Oh Kanha Re where to be hidden,