प्रतापगढ़ में चंदीपुर धाम ऐ भैया
माता संग जग माता के धाम ये भैया
माँ की आरती और भजनों से होता सवेरा
दुनिया में अद्भुत है ऐसा चंदीपुर मेरा,
भगती में शक्ति का है बस काम ऐ भैया
माता संग जग माता के धाम ये भैया
दो हजार दस में मैया का आना हुआ था याहा
बरसती है नित किरपा जानता जहां,
चेत और नोराती की दिव्य है शाम एह भैया
माता संग जग माता के धाम ये भैया
माँ फूल कलि हुई धन्ये जिनके अरुण पुत्र हुए
माँ के सपनों का ये धाम तीर्थ बना दिए
गाता है दवेंदर माँ का नाम ऐ भैया
माता संग जग माता के धाम ये भैया
Chandipur Dham Ae Bhaiya in Pratapgarh
Jag Mata Ke Dham Yeh Bhaiya with Mother
Mother’s aarti and bhajans in the morning
My Chandipur is wonderful in the world,
There is only power in Bhagti, brother
Jag Mata Ke Dham Yeh Bhaiya with Mother
Maya had come in 2010. Yaha
It’s raining every bit knows where,
Chet and Norati’s divine is evening eh brother
Jag Mata Ke Dham Yeh Bhaiya with Mother
Mother became a flower bud, blessed be the one whose son was Arun
Make this Dham a pilgrimage of mother’s dreams
Sings Davender mother’s name Aye Bhaiya
Jag Mata Ke Dham Yeh Bhaiya with Mother