साईं शरण बिन जिन्दगी अधूरी
मन में मनन कर शरधा सबुरी
साईं शरण बिन जिन्दगी अधूरी
चाहे गम कितना भी भारी,
साईं के दर आ इक बारी
कट जायेगे संकट सारे मिट जायेगी विपदा सारी,
सारी चिंता दूर करे वो दूर करे मज़बूरी
मन में मनन कर शरधा सबुरी
साईं की हर बात है सांझी सांचा है हर इक कथन,
सब का मालिक इक है सांचा सांचे सांचे ग्यारा वचन,
चड़े समाधि की सीडी पर आशा हो पूरी
मन में मनन कर शरधा सबुरी
श्रधा सबुरी है गीता श्रधा सबुरी रामयाण,
श्रधा सबुरी राम और श्याम भोले नाथ और नारायण
साईं के नजदीक करे वो मिट जाए सब दुरी
मन में मनन कर शरधा सबुरी
Sai Sharan without life is incomplete
Shardha Saburi by contemplating in the mind
Sai Sharan without life is incomplete
no matter how heavy the sorrow,
sai ke dar aa ek bari
All the troubles will be cut, all the calamities will disappear,
Remove all worries, remove them from compulsion
Shardha Saburi by contemplating in the mind
Sai’s every word is a common mold, every single statement,
The master of all is one, mold, mold, eleven words,
Hope is fulfilled on the CD of Chade Samadhi
Shardha Saburi by contemplating in the mind
Shraddha Saburi Hai Gita Shraddha Saburi Ramayana,
Shraddha Saburi Ram and Shyam Bhole Nath and Narayan
Close to Sai, all the distance should be erased
Shardha Saburi by contemplating in the mind