श्याम तेरी लगन जो लगी
तो अगन भी लगे बर्फ सी
तेरी परशाई हम पे बिछी
जो मिठाई पे वो बर्क सी
सब जगह से निकाले हुए तेरी महफ़िल में शामिल हुए,
सच कहे एसी किरपा हुई अब जमाने के काबिल हुए
है मिजाजी ये मोसम बुरा
तू दवा मेरे हर मर्ज की
श्याम तेरी लगन जो लगी
थे दशा से बेचारे कभी
हर दिशा आज खुश रंग है
भीड़ में भी थे तन्हा बड़े अब कमी न जो तू संग है
जिन्दगी वो पढाई हुई
पाठ भी तू है तू शब्द भी
श्याम तेरी लगन जो लगी
आशा वादी ये दरबार है
हर निराशा गई हार है
पापी को भी जो निर्मल करे श्याम तेरा वही प्यार है,
होना सारा जहां पर मिले तेरे बिन सारे खुद गरज ही
श्याम तेरी लगन जो लगी
Shyam Teri Lagna Jo Lagai
So fire started like ice
Your trouble lay on us
The sweets on which they bark
Joined your gathering taken out from everywhere,
Tell the truth, AC Kirpa has become worthy of the times
This mood is bad
you are my medicine
Shyam Teri Lagna Jo Lagai
were poorer than ever
every direction is happy color today
You were lonely even in the crowd, now there is no shortage that you are with
life she studied
You are the text too, you are the words too
Shyam Teri Lagna Jo Lagai
hopeful this is the court
every disappointment is lost
Shyam, who purifies even the sinner, is your same love,
Wherever you meet, without you all the thunder is there itself
Shyam Teri Lagna Jo Lagai