मैं श्याम नाम जपू जग जानता
श्याम बिना दिल नहीं लगता
कभी चाँद तो कभी सूरज सा
सांवरे का मुखड़ा चमकता
पता नहीं जी कैसा वो श्रृंगार करता है
देखने को मुखड़ा बार बार करता है
छुप छुप के देखूं तुझको वो दिन चले गए
श्याम ही नज़रों के दिल के पास रहता है
शयम सपनो में भी तेरे रहूं मैं खोई
जानती हूँ मैं तेरे जैसा और ना कोई
कड़ी हूँ आज तेरे दरबार पे
जाने को दिल नहीं करता
हारे का सहारा लखदातार कहलाता है
डूबी हुई नैया सबकी पार लगाता है
रखदे जिसके सर पर अपनी मोरछड़ी
पल में किस्मत उसकी श्याम संवार देता है
क्या से क्या पल में करदे ये जाने ना कोई
तेरा दिया सब खाते हैं जाने हर कोई
तेरी लीला हर कोई ना जानता
साथ तू तो डर नहीं लगता
मैं श्याम नाम जपू …………….
I know Shyam Naam Japu Jag
Shyam doesn’t feel like without heart
sometimes like the moon and sometimes like the sun
glowing face
I don’t know how he makes up
Faces to see again and again
hide and seek you those days are gone
Shyam is close to the heart of the eyes
I am lost even in your dreams
I know there is no one else like you
I am hard on your court today
don’t want to go
The support of the loser is called Lakhdatar.
A sunken boat crosses everyone
put your spear on whose head
In the moment luck gives her black grooming
No one knows what to do in a moment
everyone eats your given
not everyone knows your leela
you don’t feel scared
I am Shyam Naam Japu…………….