तलवारों पे सर वार दिए
अंगारों में जिस्म जलाया है
तब जाके कहीं हमने सर पे
ये केसरी रंग सजाया है
ए मेरी ज़मीं अफसोस नहीं
जो तेरे लिए सौ दर्द सहे
महफूज रहे तेरी आन सदा
चाहे जान ये मेरी रहे न रहे
ऐ मेरी ज़मीं महबूब मेरी
मेरी नस नस में तेरा इश्क बहे
फीका ना पड़े कभी रंग तेरा
जिस्मों से निकल के खून कहे
तेरी मिट्टी में मिल जावां
गुल बनके मैं खिल जावां
इतनी सी है दिल की आरजू
तेरी नदियों में बह जावां
तेरे खेतों में लहरावां
इतनी सी है दिल की आरजू
वो ओ..
सरसों से भरे खलिहान मेरे
जहाँ झूम के भांगड़ा पा न सका
आबाद रहे वो गाँव मेरा जहाँ
मैं लौट के बापस जा न सका
ओ वतना वे मेरे वतना वे
तेरा मेरा प्यार निराला था
कुर्बान हुआ तेरी अस्मत पे
मैं कितना नसीबों वाला था
तेरी मिट्टी में मिल जावां
गुल बनके मैं खिल जावां
इतनी सी है दिल की आरजू
तेरी नदियों में बह जावां
तेरे खेतों में लहरावां
इतनी सी है दिल की आरजू
ओ हीर मेरी तू हंसती रहे
तेरी आँख घड़ी भर नम ना हो
मैं मरता था जिस मुखड़े पे
कभी उसका उजाला कम ना हो
ओ माई मेरे क्या फिकर तुझे
क्यूँ आँख से दरिया बहता है
तू कहती थी तेरा चाँद हूँ मैं
और चाँद हमेशा रहता है
तेरी मिट्टी में मिल जावां
गुल बनके मैं खिल जावां
इतनी सी है दिल की आरजू
तेरी नदियों में बह जावां
तेरे फसलों में लहरावां
इतनी सी है दिल की आरजू….
– रवि सेन नरसिंहगढ़ “पांजरी”
beheaded with swords
body is burnt in embers
Then we go somewhere on the head
It is decorated with saffron color
oh my land don’t regret
who endured a hundred pains for you
May you be safe forever
Whether it is mine or not
Oh my land, Mehboob Meri
Your love flows in my veins
never fade your color
say blood coming out of the body
be found in your soil
I will bloom as a flower
So much is the love of the heart
get swept away in your rivers
wave in your fields
So much is the love of the heart
That o..
my barn full of mustard
Where could not find Bhangra of Jhoom
The village where I was inhabited
I couldn’t go back
oh vatna ve my vatna ve
your love was amazing
Qurban hua teri asmat pe
how lucky i was
be found in your soil
I will bloom as a flower
So much is the love of the heart
get swept away in your rivers
wave in your fields
So much is the love of the heart
oh heer my you keep laughing
your eyes are not moist all the time
On the face where I used to die
never lose its light
oh my me, what’s wrong with you
Why does a river flow from the eye
you used to say i am your moon
and the moon is always there
be found in your soil
I will bloom as a flower
So much is the love of the heart
get swept away in your rivers
wave in your crops
So much is the love of the heart….
– Ravi Sen Narsinghgarh “Panjari”