तुम सझ धज के बैठे हो,
किसी की नजर ना लगे श्याम सरकार….
लाल गुलाब के फूलो से किसने तुम्हे सजाया हे,
महक रहा दरबार तुम्हारा इतना इत्र लगाया हे,
तुम इतने प्यारे लगते हो
किसी की नजर ना लगे……..
केसर चन्दन तिलक लगा बैठा बैठा मुस्काये,
केसरिया बागा पहने हो भक्तो के मन भाये,
तुम भोले भाले हो बाबा ॥
किसी की नजर ना लगे……
आज तेरा दरबार लगा गूंज रहा हे जैकारा,
दुनिआ आयी लूटने खातिर खोल दे बाबा भंडारा,
बनवारी नजर उतारू तेरी ॥
किसी की नजर ना लगे…..
You are sitting comfortably
Shyam Sarkar should not be seen by anyone….
Who has decorated you with red roses?
The smelling court has applied so much perfume to you,
you look so cute
Save from evil eye……..
Smile sitting with saffron sandalwood tilak,
Wearing a saffron robe pleases the mind of the devotees,
You are innocent, Baba
Save from evil eye……
Today your court is resonating, O Jakara,
Baba Bhandara opened the world for the sake of robbing
Banwari nazaru teri
Save from evil eye…..