श्री गणपति गोरा जी के ललना ,
गजानंद जी पधारो मोरे अंगना ,
गौरी नाथ तेरी जय…………….
शिव गोरा के लाला हम पहले तुम्हे मनाये गये,
आओ श्री गणेश जी तेरे चरणों शीश जुकाए गये,
मैं फूलन हार चदाऊ तेरे माथे तिलक लगाऊ,
करो दूर सारे अँधेरे गोरी नाथ तेरी जय,
हमे वर दो दया करदो सुनो बिनती आज हमारी,
आ जाओ दरबार में मुसे की लेके सवारी,
तेरा लड्डू भोग लगावे मेवा मिस्थान चादावे,
सब भेट जो सनसे गोरी नाथ तेरी जय…….
जा तुम हो ना गम हो बहा बहरे रहे भंडारे,
रिधि सिह्दी और लक्ष्मी अवे साथ तुम्हारे,
हम को शरण में रखना हमारे भी संकट हारना,
हमारी इतनी सी विनय गोरी नाथ तेरी जय,
तेरा वन्धन और पूजन बाबा हमने आज कराया,
गुरुधर्मं वीर तेरे चरणों में अरदास लेके आया,
भगतो की झोली भरना मानव की अरजी भी सुनना,
सब भेट सनसे गोरी नाथ तेरी जय………………………..
Shri Ganpati Gora ji’s Lalna,
Gajanand ji come more Angana,
Gauri Nath Teri Jai…………….
Lala of Shiv Gora, we first celebrated you,
Come, Shri Ganesh ji, the head was bowed at your feet,
I will apply tilak on your forehead.
Do away all the darkness, Gori Nath Teri Jai,
Give us a boon, have mercy, listen to our request today,
Come ride in the court with a mouse,
Enjoy your sweets, dry fruits misthan chadave,
Sab bhet jo sanse gori nath teri jai…….
You are not sad, you are deaf, you are deaf.
Ridhi Sidhi and Lakshmi Away with you,
keep us in shelter, lose our troubles too,
Our so much Vinay Gori Nath Teri Jai,
Baba we have done your worship and worship today.
Gurudharma Veer brought Ardas at your feet,
To fill the bag of devotees, listen to the request of human too,
Sab bhat sunse gori nath teri jai……………………….