सागर से भी गेहरा बन्दे गुरु देव का प्यार है,
देख लगा कर गोटा इसमें तेरा बेडा पार है ,
भाव सागार में एक दिन तेरी जीवन नैया धोलेगी,
खेते खेते एक दिन तो पतवार भी तेरी धोलेगी,
जाये गा उस पार तू कैसे चारो तरफ अंधकार है,
सागर से भी गेहरा बन्दे गुरु देव का प्यार है,
सोपत नैया गुरु देव को वोही पार लगये गे,
पैर पकड़ ले गुरु देव के सोया भाग जगाये गे,
पापी से पापी हो चाहे करते नही इंकार है ,
सागर से भी गेहरा बन्दे गुरु देव का प्यार है,
संत समागम हरी कथा भी गुरु किरपा से पाओ गे ,
घर आयेगे नारायण जब उनका ध्यान लगाओ गये,
बिना सतगुरु के बंदे तेरा ये जीना ही बेकार है,
सागर से भी गेहरा बन्दे गुरु देव का प्यार है,
Guru Dev’s love is deeper than the ocean,
Seeing that your boat is across in it,
One day your life will be washed in the ocean of emotion,
One day the rudder will also wash your hands,
Go on that side how are you dark all around,
Guru Dev’s love is deeper than the ocean,
Sopat Naiya will take the same cross to Guru Dev,
Take hold of the feet, you will wake up the sleeping part of Guru Dev,
Whether you are a sinner from a sinner or not, you refuse to do so.
Guru Dev’s love is deeper than the ocean,
Sant Samagam Hari Katha will also be available from Guru Kirpa.
Narayan will come home when he has been meditating on them,
Without a Satguru, this life of yours is useless.
Guru Dev’s love is deeper than the ocean,