जिसके नाथ साई नाथ वो अनाथ कैसे होगा
अनाथ कैसे होगा वो अनाथ कैसे होगा,
साई चाह लेंगे दिन तो फिर रात कैसे होगा,
शिरडी सबके मन को भये,
जिसको भुलाये साई वही यहाँ आये,
साई कर देंगे आबाद तो बर्बर कैसे होगा,
जिसके नाथ साई नाथ वो अनाथ कैसे होगा
मन जब साई में राम जायेगा,
गम का बदल यु छट जायेगा,
साई प्यार के सौगात में अगात कैसे होगा,
जिसके नाथ साई नाथ वो अनाथ कैसे होगा
Whose Nath Sai Nath will be an orphan
How will he be an orphan, how will he be an orphan,
Sai would like to be day then how will the night be,
Shirdi fears everyone’s mind,
The one whom Sai forgot, came here.
How will it be barbaric if Sai will settle it?
Whose Nath Sai Nath will be an orphan
When the mind will go to Ram in Sai,
The change of sorrow will go away,
How will the beginning of the gift of Sai love happen,
Whose Nath Sai Nath will be an orphan