तेरे दरबार में खाटू वाले मैं भी आय हु बन के सवाली,
भर दो मेरी झोली श्याम बाबा लौट कर मैं न जाऊ खाली,
खोजते खोजते तुझको बाबा क्या से क्या मैं प्रभु हो गया हु,
बे खबर दर बदर फिर रहा हु मैं यहाँ से वह हो गया हु,
जब तलक तू पनाह न दे दिल की तेरे दर पे ना जाये सवाली,
भर दो मेरी झोली श्याम बाबा लौट कर मैं न जाऊ खाली,
भक्त की भावना तू ही समजे हम भी माया में आकर के उलझे,
तारदे अब मुझे श्याम प्यारे,
शान तेरी है जग से निराली,
भर दो मेरी झोली श्याम बाबा लौट कर मैं न जाऊ खाली,
सुनता क्यों न अर्ज बाबा मेरी मेरी बारी क्यों लगाई देरी,
दर पे आकर के कब से मैं बैठा क्यों नजर तूने मुझपे ना डाली,
भर दो मेरी झोली श्याम बाबा लौट कर मैं न जाऊ खाली,
In your court, the people of Khatu, I too have come to the question,
Fill my bag Shyam Baba, I will not go back empty,
While searching for you, Baba, have I become the Lord?
Bad news after all, I have become that from here,
When you do not give shelter to your heart, the question does not go to your heart,
Fill my bag Shyam Baba, I will not go back empty,
Only you understand the feeling of the devotee, we too get entangled in Maya,
Tarde now I am shyam dear,
Shaan is teri hai jag se unique,
Fill my bag Shyam Baba, I will not go back empty,
Why didn’t Arj Baba listen to me, why did I delay my turn,
Since when did I sit at the rate, why didn’t you look at me?
Fill my bag Shyam Baba, I will not go back empty,