नैया फसी हमारी सूजे नहीं किनारा मोहन तेरा सहारा,
कुछ तो है डर हवा का कुछ नाव है पुराणी,
कुछ माजी ने साथ छोड़ा अब कोई नहीं हमारा,
मोहन तेरा सहारा…..
सबको शीशे हमारी विकार हो गई है,
उम्मीद लेके दिल में मालिक तुम्हे पुकारा,
मोहन तेरा सहारा…….
किस्मत का खेल है ये मझधार में पड़े है,
बनवारी हो गए है वेबस और बेसहारा,
मोहन तेरा सहारा…….
Naiya is not our swelling, but Mohan is your support,
There is some fear, some boat of the wind is old,
Some people left with us, now no one is ours,
Mohan your help…..
Everyone’s glass has become our disorder,
With hope, the master called you in the heart,
Mohan your support……
It is a game of luck, it is lying in the middle.
Banwari has become webs and destitute,
Mohan your support……