मुझे सोने नहीं देती श्याम तेरी यादे,
आँखों आँखों में ही कट जाती है राते,
याद आती है सांवरी सूरत नैना वो कजरारे,
वो कंधे पे सुनेहरी बागा हम जिस पर दिल हारे,
तेरे बिना पल कट ते नहीं है काटे,
आँखों आँखों में ही कट जाती है राते,
वो कणो के कुण्डल प्यारे गाल बैजंती माला,
मुकत विराजे सर सोने का जिसका तेज निराला,
उसकी किरपा की मैं चाहु रोज बरसाते,
आँखों आँखों में ही कट जाती है राते,
कभी कभी तो ऐसा लागे सामने है वो मेरे,
चाहे दूर लगाए बैठा है खाटू में डेरे,
आंखे बंद जो करू मैं बाबा दिख जाते ,
आँखों आँखों में ही कट जाती है राते,
Shyam your memories don’t let me sleep,
The eyes are cut in the eyes, the night
Miss Sawari Surat Naina Woh Kajrare,
That golden robe on the shoulder on which we lost our hearts,
The moment is not cut without you,
The eyes are cut in the eyes, the night
The coils of those particles, lovely cheeks, Baijanti garland,
Mukat Viraje Sir whose brilliance of gold is unique,
I would like to rain his grace every day,
The eyes are cut in the eyes, the night
Sometimes it’s like that in front of me,
Even if the camp is sitting far away in Khatu,
Whatever I do with my eyes closed, I can see Baba,
The eyes are cut in the eyes, the night