मुझको तुम्हारी यह जुदाई मार डालेगी,
नजरें ना फेरना, तन्हाई मार डालेगी।
ए खुदा यह बता क्यूँ मिली बुझे बेगुनाई की सजा,
मर गया मैं मर गया यार है मुझ से खफा,
बेगुना मैं बुगुना मैं बेगुना।
मेरे हाथो की लकीरों का तमाशा मैं क्या जानू,
मानु मैं तो मानु साईं तुझे को ही मानु।
लाया ना मैं कोई नजराना, किस्सा अजीब है,
मांगने को हाथ भी नहीं है, बंदा गरीब है॥
अपनों ने मुझे ठुकराया, मैं साईं तेरे दर पे आ गया।
मैंने देखे है रंग दुनिया के, नज़ारा मुझे तेरा भा गया।
मुझे मिल गया, पालने वाला, मिल गया अल्ला वाला, मेरा नसीब है,
मांगने को हाथ भी नहीं है, बंदा गरीब है॥
हर मोड़ में है तुमने संभाला, साईं ने मुझे रोने ना दिया।
मुझे लोगो ने चाहा मिट जाए, साईं ने कुछ होने ना दिया।
उसे आंधियां मिटा ना सकेंगी, जो साईं के करीब है,
मांगने को हाथ भी नहीं है, बंदा गरीब है॥
जिस रात की ना हो कोई सुबह, वो रात साईं मेरी जिंदगी।
जिस बात का ना हो कोई मतलब, वो बात साईं मेरी जिंदगी।
जीना ठोकरों में है गर्दिश जिसकी, यह मेरा नसीब है,
मांगने को हाथ भी नहीं है, बंदा गरीब है॥
जो सर ना झुका किसी के आगे, वो सर तेरे दर पे झुक गया।
जो काफिला घर से चला था, वो आ के तेरे दर पे रुक गया।
सूफी हमसर यह दोहराए, साईं जी मेरा हबीब है,
मांगने को हाथ भी नहीं है, बंदा गरीब है॥
This separation of yours will kill me,
Don’t turn your eyes, loneliness will kill you.
Oh God, tell me why I got the punishment of innocence,
I’m dead man I’m angry with me
Beguna Me Buguna Me Beguna.
What do I know about the spectacle of the lines on my hands?
Believe me, I believe only Sai to you.
I did not bring any attention, the story is strange,
There is no hand to ask, the man is poor.
My loved ones rejected me, I have come to Sayin’s door.
I have seen the colors of the world, I liked the view of you.
I have found, the one who nurtures, the one who has got Allah, I am destined,
There is no hand to ask, the man is poor.
You are in every turn, Sai did not let me cry.
People wanted me to disappear, Sai did not let anything happen.
The winds will not be able to wipe out the one who is close to Sai,
There is no hand to ask, the man is poor.
The night of which there is no morning, that night sai my life.
Whatever does not have any meaning, that thing is my life.
Life is in the stumbling blocks whose thunder, this is my destiny,
There is no hand to ask, the man is poor.
The one who did not bow his head in front of anyone, that head bowed at your rate.
The convoy which had left the house, came and stopped at your door.
Sufi Humsar repeat this, Sai ji is my Habib,
There is no hand to ask, the man is poor.