बरसे जो तू ता कुटियाँ टपकती,
ना बरसे तो खेती तरस ती,
भर बस ही मेरी आंखे बरसती
मांगू क्या तुझसे तुम ही बता दो,
मार के ठोकर या फिर हस्ती मिटा दो
ज़िद है कन्हियाँ बिगड़ी बना दो,
मार के ठोकर या फिर हस्ती मिटा दो
रोता हु मैं तो हस्ती है दुनिया,
सेवक पे तेरे ताने कस्ती है दुनिया,
हालत पे मेरे बरसती है दुनिया,
रोते हुए को फिर से हसा दो,
मार के ठोकर या फिर हस्ती मिटा दो,
ज़िद है कन्हियाँ …
तेरे सिवा कोई हमारा नहीं है,
बिन तेरे अपने गुजारा नहीं है,
हाथो को दर दर पसारा नहीं है,
जाऊ कहा मैं तुम ही बता दो,
मार के ठोकर या फिर हस्ती मिटा दो,
ज़िद है कन्हियाँ …
होश सम्बालि जबसे तुझको निहारा,
सुख हो या दुःख हो तुझको पुकारा,
सेवक ये तेरा तू फिर मारा मारा,
अपना वो जलवा हमे भी दिखा दो,
मार के ठोकर या फिर हस्ती मिटा दो,
ज़िद है कन्हियाँ …..
रोमी ये तुझसे अर्जी लगाये,
सपने ना टूटे जो तुमने दिखाए,
सिर मेरा दर दर झुकने ना पाए,
सपनो के मेरे पंख लगा दो,
मार के ठोकर या फिर हस्ती मिटा दो,
ज़िद है कन्हियाँ …..
It rained, which you ta huts dripped,
If it doesn’t rain, then I yearn for farming.
my eyes just rained
I ask you to tell me,
hit or kill
stubbornness, make girls spoiled,
hit or kill
I am a celebrity in the world,
The world is tight on your servant,
The world showers on my condition,
make the crying laugh again,
Stumble by hitting or erase the personality,
Zid hai girls…
No one is ours except you,
Can’t survive without you
Hands are not spread from rate to rate,
Go where I tell you,
Stumble by hitting or erase the personality,
Zid hai girls…
Ever since I saw you,
Whether it is happiness or sorrow, I called you,
Servant this is yours, you hit again.
Show us that glow of yours too,
Stumble by hitting or erase the personality,
Zid hai girls…..
Romi, let me request you,
Don’t break the dreams that you showed,
Don’t let my head bow down
Plant my wings of dreams,
Stumble by hitting or erase the personality,
Zid hai girls…..