दो चार साँसे बाकी रहे तो,
इतना सा मेरा इंतजाम करना,
तस्वीर जो तेरी रखी जो घर में भूलू न उसको परनाम करना,
दो चार साँसे….
एहसान तेरा कैसे चुकाऊ बस जाते जाते सिर को झुकाउ,
हे श्याम सूंदर लाखो किये है इतना सा इक और एहसान करना,
दो चार साँसे बाकी रहे तो…
मिल न सका मैं तुमसे कन्हियाँ,
फिर इसका मुझको गम न रहेगा,
मुझको कन्हियाँ अपना समज कर अगले जन्म में पहचान रखना,
दो चार साँसे बाकी रहे तो…..
चाहे न देना इज्जत और सोहरत दौलत कमाने की मोहलत न देना,
तस्वीर तेरी हो मेरी घर में इतना मुझे धन वान रखना,
दो चार साँसे बाकी रहे तो
जब तक न निकले ये सांस मेरी वनवारी निरखु तस्वीर तेरी,
तस्वीर सीने से कस के लगा लू हाथो में बस इतनी सी जान रखना,
दो चार साँसे बाकी रहे तो..
If two or four breaths remain,
So much to arrange for me,
Don’t forget the picture that you kept at home,
Two or four breaths….
How to repay your favor, just bow your head as you go,
Hey Shyam Sundar has done lakhs of people to do one more favor,
If there are two or four breaths left…
I could not meet you girls,
Then I will not regret it,
Treat me as your own and recognize me in the next life,
If there are two or four breaths left…..
Whether not to give respect and fame, do not give time to earn wealth,
The picture is yours, keep me so rich in my house,
If there are two or four breaths left
Till this breath does not come out, my Vanwari Nirkhu picture is yours,
The picture should be held tightly to the chest, keep just this much life in your hands,
If there are two or four breaths left..