छोड़ जाने दे अब तक हुआ जो हुआ,
श्याम को हर कमी तेरी मंजूर है,
रात भर था सिरहाने वो बैठा हुआ,
तुझे लगता था तुझसे बहुत दूर है,
बन्दे अब छोड़ दे हर बड़ी,
श्याम भजले घडी दो घडी,
जीत जायेगा तू हर कदम पर इसकी नज़रे जो तुझपे पड़ी,
श्याम भजले घडी दो घडी…..
तेरे भजनो का गा न सके ऐसी वाणी का क्या फायदा,
तालियां जो बजा न सके ऐसे हाथो का क्या फायदा,
दिल वाले कर दिल लगी,
श्याम भजले घडी दो घडी…..
Let go of what happened till now,
Shyam accepts every shortcoming of you,
It was all night that he was sitting at the head,
You thought you were far away
The brothers leave now every elder,
Shyam Bhajle Ghadi Do Ghadi,
You will win, at every step its eyes fell on you,
Shyam Bhajle Ghadi Do Ghadi…..
What is the use of such a voice that cannot sing of your hymns,
What is the use of hands that can not play applause,
Heart to heart
Shyam Bhajle Ghadi Do Ghadi…..