जग रूठे तो रूठे रे मैहर वाली न रूठे,
शारदा भवानी मैहर वाली न रूठे,
जग रूठे तो रूठे रे मैहर वाली न रूठे,
चलो चलो चलिये दरस मां का करलें,
कंचन नीर से लोटा भर लें,
भक्ति की डोर न टूटे रे मैहर वाली न रूठे,
भोर भई दिन निकसन लागो,
बोल रही चिरैया उठो रे भाई जागो,
गैया रम्हा रही खूंटे रे मैहर वाली न रूठे,
ऊंचे पहाड़ो वाली है मेरी मैया,
डूबत पार लगादे नैया ,
दुखिया तुम्हारो जस लूटे रे मैहर वाली न रूठे,
विंदु चरण मां के फुलवा चढ़ालो,
जीवन अपना सफल बना लो,
लागी लगन नहीं छूटे रे मैहर वाली न रूठे,
If the world is angry, then the people of Maihar are not angry,
Sharda Bhavani is not angry with Maihar,
If the world is angry, then the people of Maihar are not angry,
Come on let’s do the work of our mother,
Fill the lota with Kanchan Neer.
Do not break the strings of devotion, do not get angry with Maihar,
Lagoo nixon in the morning,
You are speaking, wake up brother,
Gaia rhaha rhahi khoonte re Maihar wali don’t get angry,
My love is the one with the high mountains,
Lagade paar dabt paar ladde naiya,
Sad, don’t be angry with your Maihar Wali
Offer flowers to Vindu’s feet,
make life your success,
Do not leave your passion, do not be angry with Maihar,