प्रेम की पीड़ा मीरा जाने या जाने राधा,
राधा राधा कह ले प्राणी कट जाएगी वाधा,
प्रेम की पीड़ा मीरा जाने या जाने राधा
प्रेम अमर है प्रेम अज़र है गंगा जल सी धारा,
प्रेम से उची नहीं उचाई प्रेम प्रभु को प्यारा,
प्रेम नहीं बिन भव के ये जीवन है आधा,
राधा राधा कह ले प्राणी कट जाएगी वाधा,
प्रेम त्याग है प्रेम समर्पण,
प्रेम भक्ति है पूजा,
प्रेम में तन मन भक्ति में हो ऐसा प्रेम न दूजा,
हीरा दासी गिरधर प्रभु वर एसो प्रेम अगाहदा,
राधा राधा कह ले प्राणी कट जाएगी वाधा,
प्रेम की ज्योति जग मग नित नित होती बांकी,
प्रेमी की भाषा ऐसी जैसे होती सूरज झांकी,
मीरा के प्रभु गिरधर नागर श्याम का प्रेम है राधा,
राधा राधा कह ले प्राणी कट जाएगी वाधा,
The pain of love is known to Meera or to Radha,
Say Radha Radha, the creature will be cut off,
The pain of love Meera Jaane or Radha Jaane
Love is immortal, love is ajar, like a stream of Ganges water,
Love is not higher than love, love is dear to the Lord,
Without love this life is half,
Say Radha Radha, the creature will be cut off,
Love is sacrifice, love is surrender,
love is devotion
In love, the body and mind are in devotion, do not give such love,
Hira maid Girdhar Prabhu Eso Prem Aghada,
Say Radha Radha, the creature will be cut off,
The light of love was everlasting in the world,
Lover’s language was like the sun tableau,
Radha is the love of Meera’s lord Girdhar Nagar Shyam.
Say Radha Radha, the creature will be cut off,