माफ़ करो गुरु जी माफ़ करो

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माफ़ करो गुरु जी माफ़ करो,
मेरी  जान उजली मैं तो मिटी की डेरी,
सुन अरजा तू मेरी मुझे माफ़ करो,
माफ़ करो गुरु जी माफ़ करो,

इतने दुःख इस दुनिया में मर जाऊ मैं,
नजर पड़े तो डूबती डूबती तर जाऊ मैं,
याह दुखो के अँधेरे और पाप ये मेरे अब करदे सवेरे माफ़ करो,
माफ़ करो गुरु जी माफ़ करो,

तूने वादा किया मैंने पूरा किया,
तूने दिल से दिया तेरा शुक्र किया,
तूने और दिया देता ही गया देता ही गया,
मैंने हवा में उड़ना सीख लिया,
मेरी अगली नजर सितारों पर फिर भी मैं तेरे सहरो पर,
.माफ़ करो गुरु जी माफ़ करो,

मैं रूसा हु गलती कर देता अब तेरी आहे में मैं डूबा रहता,
तूने बार बार मुझे माफ़ किया करता ही गया,
तेरी दया को मैं न समज स्का,
अब जा कर समज में आया है,
तेरी रेहमत का वो रंग रंग,
माफ़ करो गुरु जी माफ़ करो,

Sorry sir, sorry
My life is light, I am the dairy of the soil,
Listen, you forgive me
Sorry sir, sorry

I die in this world with so much sorrow,
If I see you, I will drown and drown.
Forgive me the darkness of sorrows and sins in the morning,
Sorry sir, sorry

You promised I fulfilled
You thanked you from the heart,
You have been giving and giving, you have been giving,
I learned to fly in the air
My next eyes are on the stars, yet I am on your brothers,
.excuse me guru ji sorry,

I would have made a mistake, now I would have been immersed in your sigh,
You kept forgiving me time and again,
I could not understand your kindness,
Now I have come to understand,
That color of your mercy,
Sorry sir, sorry

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