लूट रहा, लूट रहा, लूट रहा रे,
श्याम का खजाना लूट रहा रे
लूट रहा, लूट रहा, लूट रहा रे,
बाबा का खजाना लूट रहा रे
लूट सके तो लूट ले रे बन्दे
काहे देरी करता है
ऐसा मौका फिर न मिलेगा
सबकी झोली भरता है
इनकी शरण में आकर के
जो कुछ भी माँगा मिल गया रे
लूट रहा, लूट रहा, लूट रहा रे…
हाथों हाथ मिलेगा परचा
यह दरबार नराला है
घर घर पूजा हो कलयुग में
भगतो का रखवाला है
जिस ने भी इनका नाम लिया
किस्मत का ताला खुल गया रे
लूट रहा, लूट रहा, लूट रहा रे…
इनके जैसा इस दुनिया में कोई भी दरबार नहीं
ऐसा दयालु है बनवारी करता कभी इंकार नहीं
कौन है ऐसा इस दुनिया में, जिसको बाबा नट गया रे
लूट रहा, लूट रहा, लूट रहा रे…
robbing, robbing, robbing ray,
robbing Shyam’s treasure
robbing, robbing, robbing ray,
robbing baba’s treasure
If you can plunder, then take the loot.
why delay
will never get such a chance again
fills everyone
taking refuge in them
I got whatever I asked for
robbing, robbing, robbing re…
hand in hand
this court is narala
Worship from house to house in Kaliyuga
is the keeper of the gods
whoever took their name
Luck has opened
robbing, robbing, robbing re…
There is no court like him in this world
Banwari is such a kind, he never refuses
Who is like this in this world, whom Baba Nata Gaya Re
robbing, robbing, robbing re…