फर्याद लौट आई मेरी आसमा पे जा के,
क्या मिला तुझे बता दे इस दास को रुला के,
फर्याद लौट आई मेरी आसमा पे जा के,
मैं रोया ज़िंदगी भर फिर भी न बदली किस्मत,
माँगा था इक सहारा बक्शी है तूने जिलत,
तू बैठा मुस्कुराये मेरा ये दिल जला के,
फर्याद लौट आई मेरी आसमा पे जा के,
लगता है डोर जग की तेरे हाथ में नहीं है,
दातार जैसे तुझमे कोई बात ही नहीं है,
देदे मुझे मेरा हक़ बैठा है क्यों दबा के,
फर्याद लौट आई मेरी आसमा पे जा के….
अब तक मिला है किसको जो मुझे भी अब मिले गा,
बैठा है कब से छुप के कब तक यही छुपे गा,
आराम लूट ता है दीनो का दिल जला के,
फर्याद लौट आई मेरी आसमा पे जा के,
अब उठ गया भरोसा जो किया था मैंने तुजपे,
गम राम सिंह कितने बाकि पड़े गए सहने,
हैरान खुद विदायता किस्मत मेरी बना कर,
फर्याद लौट आई मेरी आसमा पे जा के,
Faryad came back to go to my sky,
Tell me what you got, made this slave cry.
Faryad came back to go to my sky,
I cried all my life, even then luck did not change,
I had asked for help, you are alive,
You sit and smile, burning this heart of mine,
Faryad came back to go to my sky,
It seems that the door of the world is not in your hands,
Datar like there is no talk in you,
Dede I am sitting on my right, why do you suppress it?
Faryad has returned to my heavens.
Till now, whomever I have got, I have got it now,
Since when is it sitting, how long will it be hidden?
The rest robbed the hearts of the people by burning them,
Faryad came back to go to my sky,
Now I have lost the trust that I had on you,
Gum Ram Singh was left with so much to bear,
Surprised myself by making my farewell luck,
Faryad came back to go to my sky,