मेरे दिल की है ये आखिरी इल्तज़ा,
मैं तुझे डुंडलू लू तू यहाँ भी रहे,
मेरे सिर पे सदा तेरा हाथ हो,
मैं कहा भी राहु तू कहा भी रहे,
मेरे दिल की है ये आखिरी इल्तज़ा,
भुज भी जाये सभी मेरे ढर भर की आग,
फिर भी जलती रहे ये अगरवतियाँ,
धड़कनो में तेरी लोह चमकती रहे,
चाहे फिर हाथ में कुछ धुआँ भी रहे,
मेरे दिल की है ये आखिरी इल्तज़ा,
आदमी जो भी दे खत्म हो कर रहे,
साई ने जो दिया खत्म होता नहीं,
साई दौलत मगर सिर्फ उसको मिले,
जिसपे साई नजर मेहरबान भी रहे ,
मेरे दिल की है ये आखिरी इल्तज़ा,
लोग चाहे मेरा दिल जला ते रहे,
तेरा दीपक सदा मैं जलाती रहु,
है मेरि आरजू हर अँधेरे में तू,
पास रह कर मेरा पास बा भी नहीं,
मेरे दिल की है ये आखिरी इल्तज़ा,
हर तरफ बिजलियाँ अब कड़क ने लगी,
जैसे तूफ़ान सा कोई आने को है,
साई का नाम लो और दुआएं करो,
रास्ता भी रहे कारवा भी रहे,
मेरे दिल की है ये आखिरी इल्तज़ा,
This is the last word of my heart,
I will dundlu you, you stay here too,
Always have your hand on my head,
Wherever I am Rahu, wherever you are,
This is the last word of my heart,
Even if I go to Bhuj, the fire of all my feet,
Still these incense sticks keep on burning,
May your iron shine in the beats,
Even if there is some smoke in hand,
This is the last word of my heart,
Whatever the man is giving away,
What Sai has given does not end,
Sai wealth but only he can get,
To whom Sai’s eyes were kind too,
This is the last word of my heart,
Whether people keep burning my heart,
I will always keep your lamp burning,
You are my love in every darkness,
By staying close, I don’t even have my father,
This is the last word of my heart,
Lightning started everywhere now,
Like a storm is about to come,
Take the name of Sai and pray,
There should be a carva too,
This is the last word of my heart,