जंहा मै नहीं है जगत नहीं है शरीर नहीं है। चेतन आत्मा का अनुभव होने लगता है। आत्म आनंद का अनुभव निश्चल आनंद है
भगवान नाम को भज कर तो देखो भगवान के भाव को दिल मे प्रकट कर के देखो आनंद की लहर उमङने लगेगी। हर किरया कर्म हर परिस्थिति आनंदायी होगी जय श्री राम
Where I am not there, there is no world, there is no body. A conscious soul begins to be experienced. The experience of self-bliss is the pure bliss By chanting the name of God, then by manifesting the feeling of God in the heart, the wave of joy will start rising. Every action, every circumstance will be blissful Jai Shri Ram