साँवरे किस्मत का मारा हूँ,
खाटू नगरी आया हु,
श्याम धनि तू सेठ कहावे,
आशा लेकर आया हु ,
घर से बेघर हुआ संवारे सुनता न कोई मेरी है,
सगे सभ्न्दी हसी उडाये काहे लगाई देर है,
हारे का इक तू ही सहारा ये अरदास लगता हु,
श्याम धनि तू सेठ कहावे,आशा लेकर आया हु ….
लख दातार कहाते हो तुम भेट क्या तुम्हे चडाऊगा,
अशुयों की जल धारा बहा कर सांवरियां को रिजाऊ गा,
नही ठिकाना कोई जग में तुम को आज बचाता हु,
श्याम धनि तू सेठ कहावे,
आशा लेकर आया हु ,
नही दिखाई देता जहांन में कोई मुझे सहारा है,
तीन बाण का धारी है वो बाबा श्याम हमारा है,
अपने हालतों को संवारे आके तुम्हे सुनाता हु,
श्याम धनि तू सेठ कहावे,
आशा लेकर आया हु ,
एह्ल्वती के राज दुलारे मेरा भी उधार करो,
आया शरण तुम्हारी अमित है मोर छड़ी स किरपा करो
रो रो पुकारे ना कर श्यामा ये आवाज लगाता हु,
श्याम धनि तू सेठ कहावे,
आशा लेकर आया हु ,
I am struck by dusk luck,
I have come to Khatu city.
Shyam Dhani Tu Seth Kahave,
I have brought hope
Homeless, nobody listens to the grooming of my home,
Why is it late?
You are the only support of the loser, I feel like this Ardas,
Shyam Dhani Tu Seth Kahave, I have come with hope….
Where do you say lakh datar, will you give me a gift?
By shedding the water stream of Ashuyan, the Sawaris will be blessed,
No where in the world, I save you today,
Shyam Dhani Tu Seth Kahave,
I have brought hope
I do not see where I have any support,
Baba Shyam is ours with three arrows.
Let me tell you about my condition.
Shyam Dhani Tu Seth Kahave,
I have brought hope
Lend me also the caresses of Ehlvati’s secrets,
Aaya refuge is your Amit
Shyama is making this sound by not crying crying,
Shyam Dhani Tu Seth Kahave,
I have brought hope