हरि ॐ तत्सत
बहुत से लोगों को मेने भगवान की भक्ति करते हुए देखा है कि,
अब मुझे ठाकुर जी को सुलाना है,अब मुझे ठाकुर जी को नहलाना है।अब मुझे ठाकुर जी के कपड़े बदलने हैं।अब मुझे ठाकुर जी को जगाना है।
मुझे ठाकुर जी को भोग लगाना है।
हमने बहुत सी भक्तों की किताबें पढ़ी
उसमें हमने ये भी पढ़ा था कि
ठाकुर जी उनके साथ रहते थे भोग लगाते थे
यही सोच कर हम भी पूजा पाठ करते थे कि
भगवान भोग लगाएंगे
लेकिन
आज तक नहीं आए
हां
उनकी पूजा-अर्चना करके ये मालुम हो गया की
तुम्हारे भीतर जो आत्मा है वहीं भोग लगाती है।चाहे वो मां बाप भाई बहन पति पत्नी बेटा बेटी मित्र आदि में क्यों न हो
वहीं आत्मा पशु पक्षीयो कीड़े मकोड़े चींटी कुत्ता बिल्ली गाय आदि में हैं जब जब हम इनको खिलाते हैं तो कौन भोग लगा रहा है?
उस वक्त ये तो मालूम नहीं था
अब पता चला कि
वो कहां नहीं
न जाने वो किस किस रूप में आता है पर हम उसे पहचान नहीं पाते क्योंकि
हमारी चर्म दृष्टी है।हम बाहरी नजर से देखते हैं,उसे कभी ज्ञान रूपी चक्षुओं से नहीं देखा
ज़र्रे ज़र्रे में है झांकी भगवान की
किसी ज्ञान वाली आंख ने पहचान की
क्या वो ही
ठाकुर जी इतने अपाहिज है?
अगर इतनी अपाहिज हमारी औलाद,या पति हो जाए तो उसे हम घर से निकाल दे
के जाओ कुछ कमाकर लाओ
काम का न काज का दुश्मन अनाज का
सारे दिन उसे ताने मारते रहे
भगवान की भक्ति करना इतना सरल नही
भगवान की भक्ति के लिए तो खुद जागना हैं। खुद नहा-धोकर, ब्रह्म मुहूर्त में उठना है।
उसके लिए तड़पना,रोना,उसके दर्शनों के लिए व्याकुल होना
जब उसके वियोग में जान निकलने लगे तब समझो वो भक्ति है।
उसी भक्ति से आनंद प्रगट होता है।
Hari Om Tatsat
I have seen many people doing devotion to God that, Now I have to make Thakur ji sleep, now I have to bath Thakur ji. Now I have to change Thakur ji’s clothes. Now I have to wake Thakur ji. I want to offer bhog to Thakur ji. We read many devotees’ books We also read that Thakur ji used to live with them and used to offer bhog. We also used to recite worship thinking that god will bless But haven’t come till today Yes By worshiping him it became known that The soul that is within you, enjoys there At the same time, souls are in animals, birds, insects, ants, dogs, cats, cows etc. When we feed them, who is enjoying it? I didn’t know at that time now found out where is it not We don’t know in what form it comes but we can’t recognize it because We have skin vision. We see from outside eyes, we have never seen it with the eyes of knowledge.
Zarre Zarre has the tableau of God A wise eye has recognized is that the same Thakur ji is so handicapped? If our child or husband becomes so handicapped, then we should throw him out of the house. let’s go earn something The enemy of no use is the enemy of grain taunting her all day It is not so easy to worship God One has to wake up himself for the devotion of God. After taking a bath and getting up in the Brahma Muhurta. to yearn for him, to cry, to be anxious for his sights When life starts coming out of its separation, then understand that it is devotion. Bliss emerges from that devotion.