कर्म करो माँ कर्म करो माँ तुम करुणा की दानी,
मैं पापी हु मैं लोभी हु मैं मूरख अज्ञानी,
कर्म करो माँ कर्म करो माँ तुम करुणा की दानी,
पाप से धन तो खूब कमाया,
फिर भी मन ने चैन न पाया,
छोड़ के दुनिया की दौलत को तेरे दर पे मैं हु आया,
किरपा जो कर दो मुझ पे मैया तेरा बनु मैं ध्यानी,
माँ तुम करुणा की दानी
मोह माया के जाल में फस के भूल गया मैं अपना परया,
तेरी शक्ति को जो न समजे उसके सिर को तूने झुकाया,
अच्छे कर्म से अच्छा मिलता दुनिया आणि जानी,
माँ तुम करुणा की दानी……
जानू न तेरी पूजा विधि को सधियो से मेरे कर्म थे काले,
आन पड़ा तेरे चरणों में आज तू माँ मुझको बचा ले,
बोया जैसा मिलता वैसा ऋषियों की ये वाणी,
माँ तुम करुणा की दानी
Do Karma Maa Karma Karma Maa you are the benefactor of compassion,
I am a sinner, I am greedy, I am a fool, a ignorant,
Do Karma Maa Karma Karma Maa you are the benefactor of compassion,
Earned a lot of money from sin,
Still the mind could not rest,
Leaving the world’s wealth at your rate, I have come,
Whatever you do, my love for me will be yours, I am a meditator,
mother you are the benefactor of compassion
I forgot myself by being trapped in the trap of delusion,
You bowed the head of those who did not understand your power,
The world and the world get better by doing good deeds,
Mother you are the benefactor of compassion……
Don’t know that because of your worship method, my deeds were black,
Come today at your feet you mother save me,
The words of the sages as they were sown,
mother you are the benefactor of compassion