श्री कृष्णःशरणं मम
जय श्रीकृष्ण ‼
श्रीकृष्ण गोविन्द हरे मुरारी,
हे नाथ नारायण वासुदेवाय !!!
मारने वाला हैं भगवान
बचाने वाला हैं भगवान
बाल न बांका कोई कर सके
जिसके रक्षक है कृपा निधान
जल थल है उसके आधीन
भू गगन है उसके आधीन
सूर्य चंद्र करे उसने निर्माण
तारे नक्षत्र करे उसने निर्माण
उसकी शक्ति है सबसे महान
जन्म मृत्यु है उसके आधीन
जीव जन्तु हैं उसके आधीन
सबका हिसाब वह है रखता
छल कपट किसी से न करता
करता है वह सबका निर्माण
लाभ हानि है उसके हाथ
यश अपयश है उसके हाथ
जय पराजय है उसके आधीन
काल अकाल है उसके आधीन
स्वर्ग नरक है उसके पास
करम धर्म है उसके पास
जल प्रलय भी वह है करता
थल प्रलय भी वह है करता
वह बड़ा ही शक्तिवान
कोई फूल उसके बगैर नहीं खिलता
कोई पत्ता उसके बगैर नहीं हिलता
उसका हुक्म सब जगह है चलता
उसके बैगैर हमें कुछ नहीं मिलता
क्या क्या करू उसका बखान
Sri Krishna: My refuge Jai Shri Krishna !! Sri Krishna Govinda Hare Murari, O Nath Narayan Vasudeva!!!
God is going to kill God is the savior no one can do it Whose protector is grace.
water is under land the sky and earth are under him sun and moon create He created the stars and constellations his power is the greatest birth and death are subject to him living beings are subject to him he keeps track of everything does not cheat anyone he creates everything profit and loss are in his hands fame and infamy are in his hands victory and defeat are subject to him time and famine are under his control he has heaven and hell he has karma dharma He also causes flood He also causes land disaster he is very powerful no flower blooms without it no leaf moves without it His orders are everywhere without him we get nothing What should I tell him?