एक राजा
की लड़की तारा भोजन करती थी। उसने अपने पिताजी से कहा, पिताजी मुझे नौ लाख तारे बनवा दो, मैं, दान करूँगी। राजा ने सुनार को बुलाया और कहा कि मेरी बेटी तारा भोजन करती है तुम नौ लाख तारे बना दो। इतना सुनकर सुनार सूखने लगा।
सुनारी ने पूछा कि उदास क्यों रहते हो। उसने कहा राजा की लड़की ने नौ लाख तारे बनाने के लिए कहा है। मैं कैसे बनाऊँ मुझे तारे बनाने नहीं आते। राजा की बात है, नहीं बने तो कोल्हू में पिलवा देगा।सुनारी ने कहा, इसमें परेशान होने की क्या बात है। गोल-सा पतरा काट के कलिया काट देना, राजा ले जाएगा।सुनार ने ऐसा ही किया, राजा ले गया। राजा की लड़की ने नौ लाख तारे और बहुत-सा दान दिया। भगवान का सिंहासन डोलने लगा। भगवान ने कहा देखो मेरे नेम व्रत पर कौन है, तीन कूट देखा तो कोई नहीं था, चौथे कूट देखा कि राजा की लड़की तारा भोजन करा रही है।
भगवान ने कहा उसे ले आओ। उसने व्रत किए है। भगवान के दूतों ने कहा चलो तुम्हें भगवान ने बुलाया है। उसने कहा मैं ऐसे नहीं जाऊँगी। मैं तो सारी प्रजा को, उस सुनार को जिसने तेरे तारे बनाए, जिसने कहानी सुनी, सबको लेकर जाऊँगी। दूत उसके लिए बड़ा विमान लाए कि चलो। वह कहने लगी हाँ अब मैं चलूँगी। सब विमान में बैठकर जाने लगे रास्ते में उसे अभिमान हो गया कि मैं तारा भोजन व्रत नहीं करती तो सबको स्वर्ग कैसे मिलता। दूत ने उसे वहीं से नीचे उतार दिया कि तुम्हें अभिमान हो गया है। दूत भगवान के पास पहुँचे तो भगवान ने कहा, इन सबमें तारा भोजन व्रत करने वाली कौन-सी है। वे बोले उसने अभिमान किया इसलिए हम उसे छोड़ आए। भगवान बोले नहीं-नहीं उसे लेकर आओ, लड़की ने सात बार क्षमा माँग ली है। क्षमा, क्षमा, क्षमा, क्षमा, क्षमा, क्षमा, क्षमा करो भगवान।जैसे राजा की लड़की को स्वर्ग लोक मिला, वैसे भगवान सबको स्वर्ग लोक देना।
a king
Tara, the girl, used to eat food. He said to his father, father, make me nine lakh stars, I will donate them. The king called the goldsmith and said that my daughter Tara eats food, you should make nine lakh stars. Hearing this the goldsmith started drying up.
Sunari asked why do you remain sad. He said that the king’s daughter has asked to make nine lakh stars. How should I make it? I don’t know how to make stars. It’s about the king, if he doesn’t make it then he will put it in the crusher. Sunari said, there is nothing to be worried about. Cut a round plate and cut off the bud, the king will take it. The goldsmith did the same, the king took it. The king’s daughter gave nine lakh stars and many other donations. God’s throne started shaking. God said, look who is fasting in my name, when I looked at the third door there was no one, at the fourth door I saw that the king’s daughter Tara was serving food.
God said bring him. He has fasted. God’s messengers said, come, God has called you. She said I will not go like this. I will take all the people, the goldsmith who made your stars, who heard the story, everyone. The messenger should bring a big plane for him. She said yes, I will go now. Everyone boarded the plane and started leaving. On the way, she became proud that if she had not kept the Tara Bhojan fast then how would everyone have got heaven. The messenger brought him down from there saying that you have become proud. When the messengers reached God, God said, among all these, Tara is the one who fasts on food. They said that he was proud so we left him. God said no-no bring her, the girl has apologized seven times. Forgive, forgive, forgive, forgive, forgive, forgive, forgive, God. Just as the king’s daughter got heaven, similarly God give heaven to everyone.