फूल बंगले की शोभा है न्यारी,
बैठे सज धज के बांके बिहारी,
शाही गुलाबों से सजा दरबार है,
हर तरफ मोतीऐ का ही शृंगार है,
महक बिखरी खिली है फुलवारी .. बैठे सज धज के
हर कोई कह रहा यह मेरा सांवरा,
राधा रस में हुआ हर कोई बांवरा,
सुद्ध बिसरी चड़ी है खुमारी .. बैठे सज धज के
भक्त नाच रहे साज बाज रहे,
गीत मीत ‘मधुप’ के हैं गाज रहे
बज रही बांसुरी प्यारी-प्यारी .. बैठे सज धज के
The beauty of the flower bungalow is beautiful,
The Banke Bihari of the seated decorum,
There is a court decorated with royal roses,
Everywhere is adornment of pearls,
The smell is scattered, the flower has bloomed..
Everyone is saying this is my samra,
In Radha Ras, everyone was a bawra,
suddh bisri chadi hai happiness..
Devotees are dancing and singing.
The song is from Meet ‘Madhup’
The playing flute is lovely..