झुँझन वाली का लाड लड़ावन आया हां,
मुकलावा दादी जी थारो मैं भी लाया हा,
जयपुर की मैं चुनड़ी लाया मुंबई की मैं मुंदरी लायो,
रोली मोली बिछियां पायल मेहँदी का मैं थाल सजाइयो,
सदियों पुरानी रीत मैं निभावन आया हा,
मुकलावा दादी जी थारो मैं भी लाया हा,
जो भी मुकवालो लावे है दादी जी के घर जावे है,
बेटा बेटी पोता पोती सेह का व्याह या करवावे है,
कुल देवी से प्यार बढ़ावन आया है,
मुकलावा दादी जी थारो मैं भी लाया हा,
हाथो में लेकर मुकलावा नाचता कूदता सेवक आया,
नारानी ने लेवा खातिर तन धन जी ने साथ लाया,
जग सेठानी ने म्हे ले जावन आया हां,
मुकलावा दादी जी थारो मैं भी लाया हा,
मुकलावे को इक बहानो दादी जी थाने है रिजानो,
श्याम पे इतनी किरपा कीजिये चरना माहि दे जो ठिकानों,
छिपा जो मन में भाव वो दिखावैं आया हा
मुकलावा दादी जी थारो मैं भी लाया हा,
Jhunjhunwali’s lad has come to fight yes,
Muklawa Dadi ji Tharo I have also brought,
From Jaipur I brought Chundi, from Mumbai I brought Mundri,
Decorate the platter of roli moli payal mehndi,
I have come to fulfill the age-old custom,
Muklawa Dadi ji Tharo I have also brought,
Whatever disputes are raised, go to Grandma’s house,
Son daughter grandson granddaughter is marriage or marriage,
Love has come from Kul Devi,
Muklawa Dadi ji Tharo I have also brought,
The servant, who was dancing and dancing in his hands, came,
Narani brought together Tan Dhan ji for the sake of Leva,
Jag Sethani has taken me away. Yes,
Muklawa Dadi ji Tharo I have also brought,
Dadi ji has one excuse to meet Rizano,
Make so much grimaces on Shyam that the bases,
The hidden emotion in my mind has come to show it
Muklawa Dadi ji Tharo I have also brought,